उम्मे सलमा विश्वविद्यालय का प्रचार-प्रसार आस्था की सबसे अहम ज़रूरत

...  *उम्म सलमा विश्वविद्यालय दरियाबाद का परिचय*
 अज़ क़लम हज़रत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती क़मरुज़्ज़मान मिस्बाही मुज़फ़्फ़र पुरी साहब क़िबला दामत बरकातुहुमुल-आलिया

 उम्मे सलमा विश्वविद्यालय का प्रचार-प्रसार आस्था की सबसे अहम ज़रूरत

 मां की गोद बच्चों के लिए पहला प्रशिक्षण मैदान है। हज़रत सरापा बरकत सैयद आफताब आलम  गौहर कादिरी साहब कि़बला ने दरियाबाद के बारा बंकी जि़ले में जामिया उम्मे सलमा क़ायम फ़रमाया जिस की बुलंद व बाला इमारत के सामने। सुरय्या की ऊंचाई हाथ बांधे खड़ी है  और उसकी इलमी रौनक़ के सामने ताजमहल का हुस्न भी  फीका फीका सा लग रहा है जहां से क़ौम की बच्चियां जे़वरे इल्म से आरासता होकर मुख्तलिफ सूबों में दीने इस्लाम कीखिदमात अंजाम दे रही हैं और हमें यकी़न है कि उनकी गोद में परवरिश पाने वाली नस्लें दीनदार तक़वा शिआर बाह़या वफादार वफाशनास   और अल्लाह के भय के जलवों से सुशोभित होंगी।
 लिहाजा़ अहले दिल साहिबे सरवत , अमीर लोगों और देश और धर्म के प्रति सहानुभूति रखने वाले लोगों से अनुरोध है कि हज़रत सैयद साहिब क़िबला का हाथ बटाएं ताकि समाज अधिक शिक्षित हो सके और जिहालत के अंधेरे  आत्महत्या करने के लिए मजबूर हों। निम्नलिखित नंबर पर संपर्क करके अज्ञानता के संगठन को पूर्ण समर्थन दें और सर्वशक्तिमान अल्लाह आपको अच्छा इनाम देगा

 8881276506
 8009059597
             भवदीय
  मुहम्मद क़मरुज़्ज़मान मिस्बाही मुजफ्फरपुरी

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